( शब्दो का मायाजाल )
पहला प्यार वह आग है ....! जो बुझाने से बुझ तो जाती है, मगर कही न कही कोई चिंगारी रह जाती है तभी तो जब-जब आते है, झरोखे हवा के, कम्बख्त फिर जल जाती है.!!
#M@n6i
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