" मै ... तुम "
मै....तुम
इस बिच एक दुरी है
न जाने क्यों समझ नही पाते हो
मै....तुम
इस बिच एक सच्चाई है
न जाने क्यों समझ नही पाते हो
मैं....तुम
इस बिच एक खूबसूरत लफ्ज है
कहो तो जिंदगी है
समझो तो फोरेवर है
मै....तुम
इस बिच एक रिश्ता है
न जाने क्यों वो रिश्ता निभा नही पाते हो
मै....तुम
इस बिच रिश्ते की वजह है
यह बेवजह नही है
मैं....तुम
इस बिच अहसास है
कहो तो जिंदगी है
निभाओ तो जिंदगानी है
मै....तुम
मै... समझा पाता..तुमको
मै से तुम मिले
तुम से यार मिला
यार से प्यार मिला
मै....तुम
यार तुम इस शब्द के बिच की दुरी समझ सको
मै....तुम
इस बिच रब हैं
कोई फरेब नही है
मै....तुम
इस बिच के शब्दों को
अपने लफ्जो मे बया करु तो
"तुम बिन अधूरा मै "
#M@n6i
Comments
Post a Comment