" फ़साना - इश्क और दर्द का "


जब से मुझे फ़साना...
" इश्क और दर्द " का समझ आया !
तब से मुझे अंजाम...
" गुलाब और काटे " का भी समझ आया !!

" गुलाब " इश्क की निशानी है !
                  तो
" काटे " दर्द की निशानी है !!

हा, " माँगी " इसलिए ही तो..

मुहब्बत की शुरुवात " गुलाब " के फूल से होती है !
                         तो
मुहब्बत में दर्द की शुरुवात " गुलाब के काटो " से होती है !!
                         हा, इसलिए..

" इश्क और दर्द " " गुलाब औऱ काटे " काफी समानता लिए हुए है !!

#M@n6i

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